Kapalbhati Pranayama: कपालभाति प्राणायाम के 7 फायदें और नुकसान

Kapalbhati  Pranayama: कपालभाति प्राणायाम के 7 फायदें और नुकसान                                     

कपालभाति प्राणायाम के 7 फायदें और नुकसान
कपालभाति प्राणायाम करने के 7 फायदें और नुकसान

 

कपालभाति क्या हैं Benifits Kapalbhati pranayam in Hindi

कपालभाति हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी योग में से एक है. जो विभिन्न बिमारियों से छुटकारा पाने में सहायता प्रदान करंता हैं.

कपालभाति का अर्थ हैं – कपाल मतलब ‘माथा’ और भाति का ‘तेज’ हैं. कपालभाति प्राणायाम करने से चेहरे में चमक, दिमाग तेज होता हैं.

कपालभाति कब करें (Kapalbhati Pranayam in Hindi)

कपालभाति प्राणायाम को करने का सही समय सुबह का होता हैं, आप शाम के समय भी इसे कर सकते हैं, लेकिन याद रखें की खली पेट इस योग को करें. कुछ भी खा कर कपालभाति कभी नहीं करें.

 

कपालभाति कैसे करें Kapalbhati Kaise Karen

कपालभाति करने का सही तरीका क्या है

1.      सर्वप्रथम आप किसी खुले स्थान पर आसन बिछा कर कमर की सीधा कर बैठ जाएँ.

2.      चेहरा सामने और दोनों हांथों को घुटने पर ध्यान की मुद्रा में रखें. शरीर को ढीला छोड़ कर आँखों को बंद कर अपना मन शांत रखते हुए सांसों पर लगायें.

3.      अपने दोनों नाकों से एक गहरी श्वास लें.

4.      फिर पेट को भी अन्दर और बाहर की ओर करें.

5.      साँस को नाक के बाहर छोड़ें.

6.      इस क्रिया को करते समय 1 सेकंड में 1 बार साँस लें और छोड़ें, अधिक तेज करने का प्रयास ना करें.

7.      एक सेट में आप 10 बार करें, श्वास को सनान्य स्थिति में आने दें.

8.      एक बात का हमेशा ध्यान दें की, श्वास को बाहर छोड़ते समय केवल पेट की मांसपेशियां ही काम लें. छाती व कंधे की स्थिर रहने दें.


कपालभाति प्राणायाम करने के 7 फायदें Benefits of Kapalbhati Pranayam in Hindi

कपालभाति करने के क्या फायदें हैं - Kapalbhati Benefits in Hindi

1.      कपालभाति करने से बालों का झड़ना बंद हो जाता हैं.

2.      कब्ज को ठीक करता हैं, ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक करता हैं

3.      कपालभाति प्रतिदिन करने से बुद्धि तेज होती हैं और याददाश्त बढ़ता हैं.

4.      वजन घटाने में कपालभाति कारगर हैं.

5.      सबसे महत्वपूर्ण, कपालभाति करने से फेफड़ों की समस्या से छुटकारा मिलता हैं.

6.      कपालभाति करने से मधुमेह (शुगर) से लाभ मिलता हैं, प्रतिदिन करने से मधुमेह को नियंत्रित करता हैं.

7.      इस प्राणायाम को नियमित रूप से करने से पेट की चर्बी भी कम हो जाती हैं.

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कपालभाति में सावधानी या नुकसान

कपालभाति कब नहीं करना चाहिए?

कपालभाति प्राणायाम को इन शारीरिक रोगों में नहीं करना चाहिए, जैसे -

1.     व्यक्ति को दम का घुटना महसूस नहीं होना चाहिए, चक्कर आने की समस्या, अधिक रक्तचाप (high blood pressure), मिर्गी (Epilepsy), हर्निया तथा आमाशय के अल्सर से ग्रसित लोगो को यह कपालभाति नहीं करना चाहिए.

2.     प्राणायाम को बहुत अधिक तेजी से करने का प्रयास न करें, कपालभाति करने के कुछ समय बात नहायें.

3.     महिलाओं को माहवारी (Periods) के दिनों कपालभाति नहीं करना चाहिए.

4.     कपालभाति करते समय आपको कही भी शरीर में दर्द हो या चक्कर आने लगे, ये प्राणायाम करना बंद कर दें.

5.     गर्भावस्था के समय कपालभाति प्राणायाम करने से बचाना चाहिए. kapalbhati in hindi                          

 

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दोस्तों योग हमारे शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में बहुत ही सहायक हैं, इसके अनेक मानसिक और शारीरिक फायदें भी हैं, लेकिन आप किसी प्रशिक्षित योग गुरु से जुरूर सलाह लें. आपको ये जानकारी कैसी लगी हमें अपनी राय नीचें कमेंट में जरुर दें और आप हमसे कुछ इससे संबंधित जानकारी ले सलते हैं हम आपको जवाब देने का प्रयास जरुर करेगें.

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