महिला बवासीर के 7 शुरुआती लक्षण और इलाज

महिला बवासीर के 7 शुरुआती लक्षण और इलाज

 

महिला बवासीर के लक्षण में पुरुष और महिलाओं में बवासीर एक बहुत दर्दनाक और गंभीर समस्या है। जिस इंसान का चलना-फिरना, उठना-बैठना सब मुश्किल हो जाता है। बवासीर गुदा के अंदर की तरफ या बाहरी मल द्वार में मस्से उभर आते हैं, जिससें बहुत दर्द होता और कभी-कभी खून भी निकलता है।

 

खराब जीवनशैली, ज्यादा मसालेदार तिखा भोजन खाना, पुराना कब्ज बवासीर होने के मुख्य कारण हो सकते है। साथ में शरीर में फाइबर की कमी के कारण बवासीर की समस्या हो सकती है।

 

महिला में बवासीर 4 प्रकार के हो सकते है?

1. अंदरुनी बवासीर – इसमें मलाशय के अंदर ही बवासीर होता है।

2. बाहरी बवासीर – गुदा द्वार के बाहर ही सूजी हुई गांठ बाहर की ओर निकल आती है।

3. प्रोलैप्सड बवासीर – इस तरीके के बवासीर अंदर से बाहर आ जाता है।

4. थ्रोम्बोस्ड बवासीर – खून का थक्का बनने लग जाता है।

 

 

महिला बवासीर के लक्षण
महिला बवासीर के लक्षण

महिलाओं में बवासीर के लक्षण और उपाय – piles ke lakshan in hindi

ज्यादातर महिलाएं घर और बाहर के कामों में इतना व्यस्त हो जाती है की, वे अपने खुद के स्वास्थ्य पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दें, पाने के कारण शरीर के अंदर कई बीमारीयां जन्म लेने गलती है। जैसे की, मोटापा, पाचन तंत्र खराब होना, कब्ज की समस्या और कई वजहों से बवासीर जैसे दर्दनाक रोगों से सामाना करना पड़ता है।

 

बवासीर में मल द्वार में जलन, खुजली और मल त्याग करते समय खून भी आ सकता है। तो चलिए जनते है एक-एक करके महिला बवासीर के लक्षण और उपाय piles symptoms in women के बारे में बिस्तार से।


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1. मल द्वार के पास सूजन या गांठ

बवासीर के शुरुआती लक्षण में गुदा के पास गांठ या सूजन महसूस हो सकता है। यदि गांठ और सूजन वाली जगह छुने या बैठने पर दर्द हो रहा है।

 

यदि मल त्याग करते समय या शौच करने के बाद गुदा साफ करने में परेशानी और पीड़ा हो रही है तो, इस तरह के लक्षण बवासीर के हो सकते है। इसके बाद तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क जरुर करें।

 

2. गुदा द्वार से बलगम

बवासीर में समस्या होने कई बार गुदा से बलगम की तरह कुछ तरल पदार्थ मल द्वार से बाहर निकलता है। यह बलगम का रिसाव बवासीर के संक्रमण का संकेत हो सकता है।

 

सभी को अपने गुदा को अच्छे से साफ-सफाई करने चाहिए। यदि आपको सौंच करते समय दर्द या बलगम का आता है तो इस चीज को हल्के में ना लें। तुरंत अपने डॉक्टर से जरुर सलाह लें।

 

3. गुदा में खुजली - महिला बवासीर के लक्षण

पाइल्स के लक्षण में गुदा के पास तेज खुजली या फिर जलन भी हो सकता है। साथ में लालपन भी आ जाता है। जिस कारण आपको बैठने, चलन में काफी दर्द हो सकता है।

 

यदि महिला कहीं बाहर काम करती है तो उनके लिए काम के बीच बार-बार गुदा में खुजली होने के कारण काफी दिक्कतों और शर्मनाक हो सकता है।

 

4. मल त्याग करते समय दर्द होना

बवासीर एक इतना खतरनाक और दर्दनाक बिमारी जिसमें मल त्याग करते समय भयंकर दर्द, चुभन और जलन के सात खून भी निकलता है। मल त्याग करने में बहुत दिक्कत और पीड़ा होती है। यह भी बवासीर के लक्षण में से एक है।

 

5. बार-बार शौच करने की इच्छा होना

बवासीर रोग की शिकायत होने पर पेट ठीक से साफ नहीं हो पाता है। जिससे शौचालय जाने के बाद भी ऐसे महसूस होता की फिर से मल त्याग करने की जरुरत हो रही है। परंतु शौच करते समय मल नहीं निकलता है।

 

6. गुदा के पास लाल और अंदरुरनी दर्द होना

गुदा द्वार के पास वाले क्षेत्र काफी लाल दिखाई देना और अंदर की तरफ मल नली में दर्द होना यह भी पाइल्स के लक्षण हो सकते है। क्योंकि बवासीर में गुदा में दर्द की समस्या जरूर होती है।

 

7. बवासीर के लक्षण में पेट दर्द होना

बवसीर होने का सबसे मुख्य जड़ कब्ज होता है। जिस कारण से पेट में तेज दर्द और मरोड़ उठता है। यदि आपको कब्ज की समस्या बार-बार हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

 

नोट – दोस्तों यह पुरुष और महिला बवासीर के लक्षण दोनों के लिए है. यदि आपको इस तरह के कोई भी सिकायत दिखाई देती है तो बिना किसी देरी के एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं। क्य़ोंकि लापरवाही करने पर यह परेशानी ज्यादा दर्दनाक बन सकती है।


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महिला बवासीर होने के क्या कारण है?

दोस्तों बवासीर होने के बहुत से वजह हो सकती है, तो चलिए जानते है किन कारणों से बवासीर होता है।

 

1. गर्भावस्था के कारण बवासीर

महिलाओं के गर्भवती होने पर शरीर में प्रोजेस्टोरोन हार्मोन बढ़ जाता है जिसका नसों को आराम देने का कार्य है जिस कारण से नसें सूज जाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं में कब्ज की समस्या बहुत ज्यादा होती है। कब्ज की वजह से बवासीर की बिमारी हो जाती है।

 

2. शरीर में फाइबर की कमी

रोजाना अपने डाइट में प्रोटिन युक्त आहार लेना जरुरी होता है, क्योकि यह हमारे शरीर को स्वस्थ्य और सभी रोगों को दूर रखता है।

 

यदि आप फाइबर से युक्त खाने का सेवन नहीं करते हैं। तय मात्रा में पानी नहीं पिते है, तो बवासीर बीमारी का आप भी शिकार हो सकते है।

 

3. ज्यादा भारी वजन उठाना

यदि आप रोजना अधिक भार उठाती है तो बवासीर की समस्या हो सकती है। क्योकि ज्यादा भार उठाने से पूरा जोर आपके मलाशय पर पड़ता है। जिस वजह से कई लोगों को बवासीर की समस्या हो सकती है।


4. कब्ज की समस्या से बवासीर के लक्षण

बवासीर होने का मुख्य कारण है कब्ज, क्योंकि पेट में कब्ज की समस्या होने पर मल कठोर हो जाता है। जिस कारण से मल बाहर निकालते समय ज्यादा जोर लगाना पड़ता है। गुदा व मलाशय पर हद से ज्यादा जोर लगाना से नसों में सूजन और मस्से कि समस्या उत्पन्न हो जाती है।

 

5. मोटापा - महिला बवासीर के लक्षण

ज्यादातर अधिक वजन वाली महिलाओं में बवासीर होने की संभावना रहता है। क्योकी मोटा होने पर शरीर में कई बीमारियां जन्म लेने लगती है। मोटापा को कम करने के लिए नियमित व्यायाम और स्वस्थ्य डाइट प्लान जरुर करें।

 

6. डिलीवरी के बाद - piles ke lakshan in hindi

गर्भवती महिलाओं के प्रसव के बाद बवासीर होने का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि डिलीवरी के समय मल द्वार में बहुत अधिक जोर लगाने के कारण कुछ महिलाओं में प्रसव के बाद पाइल्स की समस्या हो सकती है।

 

7. गुदा मैथुन करने की आदत

जो महिला गुदा मैथुन और गुदा संबंध बनाती हैं। उनसें भी बवासीर की बीमारी हो सकती है।

 

8. अधिक मिर्च और मसाले वाला भोजन

आजकल की महिलाओं को बाहर का तिखा मिर्च मसालेदार खाना बहुत पंसंद आता है। ज्यादा मसाले और तला भोजन करने से बवासीर की बीमारी हो जाती है।


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महिला बवासीर के लक्षण और उपाय – piles ke lakshan and medicine in hindi

बवासीर के शुरुआती लक्षण में आप डॉक्टर की देख-रेख में घर पर ही ट्रीटमेंट कर सकती है। कुछ घरेलु उपाय की मदद से।

 

1. डाइट प्लान में बदलाव करें

एक स्वस्थ आहार का सेवन और भरपूर मात्रा में पानी पिने से सख्त मल और कब्ज की शिकायत को दूर करता है। क्योकि मल त्याग करने में कठिनाई और कब्ज होने के कारण बवासीर जैसी बिमारी हो सकती है।

खाने में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और साथ में हाई फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों अपने डाइट में जुरुर सामिल करें। इससे आसानी से पेट साफ होगा, पेट में कब्ज नहीं होगा और मल त्याग करने में सरलता होगी।

 

2. ज्यादा देर तक शौचालय में बैठने से बचें

बहुत से लोग शौच करने के लिए टॉयलेट में काफी देर तक बैठे रहते है। जिस कारण से लंबे समय तक बैठने से गुदा की नसों पर दबाव पड़ता है। इससे बवासीर होने का खतरा बढ़ सकता है।

 

3. पोट्टी लगने पर देर तक रोके नहीं

यदि आप अनजाने में कई बार मल त्याग करने में देरी करते है या ज्यादा समय तक रोक कर रखते है है तो आपके मलाशय के लिए बहुत हानिकार साबित हो सकता है।

 

क्योकि ऐसा करने से मल अंदर ही सख्त हो जाता है, फिर शरीर से बाहर निकलते समय गुदा द्वार को बुरी तरह प्रभावित करता है। इससे बवासीर की बीमारी हो सकती है।

 

4. त्रिफला चूर्ण महिला बवासीर के लक्षण और उपाय

महिला के लिए बवासीर की परेशानी दूर करने के लिए आयुर्वेदिक औषधि त्रिफला चूर्ण आपकी सहायता कर सकता है। त्रिफला चूर्ण में नीम की निमोली बराबर मात्रा में मिलाकर उसका चूर्ण तैयार कर लें।

बवासीर में त्रिफला चूर्ण के फायदे - रोजाना इस पाउडर का सेवन करें। इससे बवासीर piles ke lakshan in hindi दूर होता है।


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5. एलोवेरा महिला बवासीर के उपाय

एलोवेरा जेल को बासीर के सूजन को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह खूनी बवासीर और बाहरी मस्से को आराम पहुंचाता है। एलोवेरा का गुदा 200 ग्राम तक निकालकर उसको मिक्सर में पीस लें। फिर रोजना इस जूस को सेवन करें।

 

बवासीर के जलन, मस्से और सूजन को कम करने के लिए ताजे एलोवेरा के गूदे को पिस कर पेस्ट को बाहरी बवासीर में लगाने से आराम मिलता है।

 

6. एप्पल विनेगर बवासीर के लिए फायदेमंद

सेब का विनेगर बहुत कसैला सिरका होता है। जिसको बवासीर के मस्सें को रुई में भिगोकर गुदा द्वार के आस-पास लगाने से जलन और खुजली से आराम मिलता है। इस विनेगर को रोज दिन में दो बार 1 कप पानी में मिलाकर पिने सकते है।

 

7. महिला बवासीर के लक्षण और उपाय

रोजाना स्नान के समय अपने गुदा द्वार को हल्के गुनगुने पानी से अच्छे से साफ करें। गुदा में साबुन का इस्तेमाल बिलकुल ना करें। क्योकि साबुन से बवासीर और बढ़ सकता है।

अपने गुदा द्वार को ठेडे पानी से सेक करें। ऐसे करने से सूजन और जलन कम हो जाती है।

 

8. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं

दिन में रोजना कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरुर पिना चाहिए। क्योंकि पानी शरीर से हानिकारक और टॉक्सिक पादार्थ को बाहर निकाल देता है। जिससे शरीर से बिमारीयां दूर हो जाती है।

 

9. व्यायाम करें

अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित और रोजाना व्यायाम जरुर करना चाहिए। जिससे शरीर मजबूत होता है। और बवासीर जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।


निष्कर्ष

दोस्तों ज्यादातर बवासीर अपने-आपसे खत्म हो जाता है। यदि आप अपने खान-पान में सुधार करते है, और जीवन शैली में बदलाव करते है तो। इस पोस्ट मैनें महिला बवासीर के लक्षण , बवासीर में त्रिफला चूर्ण के फायदे , piles ke lakshan in hindi के बारे में बिस्तार से जानकारी प्रदान किया है।

 

नोट –

यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवास या सुझाव है तो हमें कमेंट में जरुर बताएं और फॉलो का बटन दबाना ना भूलें।

 

पूछे गएं सवाल – FAQ

 

लड़कियों को बवासीर कैसे होता है?

महिलाओं को सबसे ज्यादा तिखा,चटपटा और मसालेदार खाना बहुत पसंद होता है। जैसै जंक फूड, अधिक वजन उठाना, प्रेग्नेंसी, मिर्च मसाला, कब्ज होना, और व्यायाम न करना इन आदि कारणों से महिला बवासीर के लक्षण हो सकते है।

 

बवासीर से तुरंत राहत के लिए क्या करें?

गर्म गुनगुने पानी में बैठने से दर्द से तुरंत राहत मिल सकता है।

नारियल का तेल गुदा द्वार पर लगाने से आराम मिलता है।

ऐलोवेरा का गूदा निकालकर बवासीर वाले स्थान पर लगाने से दर्द कम होता है।

बर्फ का टूकड़ा लगाएं, यदि बहुत ज्यादा दर्द हो और तुरंत राहत पाने के लिए बवासीर से प्रभावित जगह पर बर्फ का टूकड़ा लगाएं।

 

क्या बवासीर 100% ठीक हो सकती है?

जी हां, बवासीर को 100% ठीक किया जा सकता है। बस कुछ औषधि और परहेज करके।

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