Top 7 जड़ी-बूटियां गठिया, सूजन, जोड़ों का दर्द जड़ से खत्म
गठिया बाय का रामबाण इलाज
पतंजलि – अधिक्तर गठिया की बीमारी बड़े उम्र लोगों या बुजुर्गों में देखने को
मिलती है। परंतु आजकल के युवाओं में चाहे लड़का हो या लड़की दोनों गठिया जैसी
बीमारी के चपेट में आ चुके है।
इस गठिया बाय के बीमारी से
राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह के दवा का इस्तेमाल करते है। परंतु किसी भी बीमारी
को दूर भगाने के लिए सबसे पहले यह जरुर जान लेना चाहिए कि यह बीमारी किसके कारण होता
है।
गठिया बाय का रामबाण इलाज |
आज इसी के लेकर हम कुछ महत्वर्पूण
आयुर्वेदिक औषधि के विषय में बात करने वाले है, जिसके सेवन से गठिया का दर्द और
जोड़ों में सूजन और नसों में तनाव कर दूर करने में सहायता मिलेगी है।
गठिया बाय किसके कमी से होता
है? – Arthritis causes in hindi
दस्तों गठिया बाय रोग क्यो
होता है और किस वजह से होता है इस सवाल का जवाब बहुत लोग जानना चाहते है। तो गठिया
होने के कारणों में से एक पेट का पाचन शक्ति कमजोर होने से शरीर में प्रोटीन सही
तरीके से पच न पाने के कारण खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। जो गठिया
बाय के मुख्य करणों में से एक है।
इसके अलावां गठिया रोग विटामिन
D, विटामिन C, तथा
कैल्शियम की कमी से यह बीमारी होती है। ऐसा होने पर शरीर की हड्डियां कमजोर हो
जाती है और दो हड्डियों के बीच के ज्वाइंट्स में घर्षण ज्यादा बढ़ने लगता है। साथ
में अंदर से हड्डियां अंदर से खोखली हो जाती है।
गठिया बाय पिट्यूटरी ग्लैंड
में कमी होने के वजह से भी यह बिमारी हो सकती है। यदि गठिया का इलाज सही टाइम पर न
किया गया तो बाद में इसको ठीक करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
यदि आपके माता-पिता में या
फिर परिवार में किसी को गठिया की बिमारी है तो आपको भी ये बीमारी होने की संभावना
बढ़ जाती है।
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गठिया बाय के शुरुआती लक्षण क्या है?
1. हड्डियों में अकड़न और दर्द
गठिया के लक्षण में कभी-कभी
किसी में अचानक से हड्डियों के जोड़ो में अकड़न, ऐठन या दर्द होने लगता है। यह
ज्यादातर खट्टा, शराब या अन्य का सेवन करने से इस तरह की समस्या होने लगती है।
2. जोड़ों में सूजन
गठिया की समस्या में कंधें,
घुटने, हांथों और पीठ की हड्डियों में सूजन देखने को मिल सकता है।
3. हड्डियों में कड़कड़ाहट
शरीर में कैल्शियम और विटामिन
की कमी के कारण चलने-फिरने पर हड्डियों में कड़कड़ाहट आने लगती है। इस लक्षण से
गठिया से जैसी बिमारी होने का संकेत है।
4. जोड़ो पर लाल या नीलापन
हड्डियों के ज्वाइंट्स पर
स्किन लाल होने के बाद नीला हो जाता है। यह भी गठिया बाय होने के लक्षण में से एक
हैं।
गठियां बाय में क्या नहीं खाना चाहिए?
1. बैगन का सेवन न करें
गठिया के रोगियों को बैंगन का
सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें सोलनिन नाम एक कंपाउंड होता है जो हड्डियों
के सूजन को और बढ़ाता है और उन्हें और भी कष्टकार बना सकता है।
2. आलू खाना बंद करें
गठिया रोग से ग्रसित मरीजों
को आलू खाने से बचना चाहिए। आलू में मौजूद सोलनिन केमिकल शरीर में गठिया बाय कि
समस्या और बढ़ाने का कारण बनता है।
3. बाहर के प्रोसेस्ड फूड
आज के युवाओं को बाहर का
प्रोसेस्ड और बाजार का मिर्च मसालेदार खाना ज्यादा पंसद है। यदि आप भी ऐसे बाहर का
खाना खाने के शौकिन हैं तो आज से ही इसको खाने से बचें।
इस के पैकेट और डिब्बाबंद
वाले खाना खाने से हाई कोलेट्राल, दिल की बीमारी और गठिया जैसी दर्दनाक रोग हो
सकता है। गठिया की बिमारी में नमकीन, बर्गर, ब्रेड, पिज्जा, केक, बिस्किटस् इन
चीजों को खाने से बचना चाहिए।
गठिया बाय का रामबाण इलाज
क्या न खाएं
मांसाहार भोजन का सेवन ना
करें, मटर, सोयाबीन, आलू, उड़द, राजमा, मसूर, कटहल, फूलगोभी, खीरा, टमाटर, अमचूर,
नींबू, संतरा, अंगूर, दही, छाछ, तथा अन्य खट्टे व गरिष्ठ पदार्थ साथ में ठंडा पानी
पीना या ठेंडे पानी से स्नान करना और ठंडे स्थान पर रहना गठिया बाय के लिए हानिकारक
है।
गठिया बाय में करना चाहिए?
1. गठिया में शुध्द कुआं का
पानी पीना चाहिए।
2. शरीर के रक्त को साफ रखें
यानी डॉक्टर की सलाह पर रक्तसोधक दवा ले सकते है।
3. सप्ताह में 1 दिन उपवास रख
सकते है।
4. यूरिक एसिड व ESR के अपडेट के ले खून की जांच करवाते रहें।
इससे संबंधित डॉक्टर से दवाइयां ले।
5. कब्ज यानी पेट में गैस न
बने इसके लिए हल्का भोजन करें।
गठिया बाय का रामबाण इलाज दर्द से तुरंत राहत
आज हमारे आयुर्वेद में ऐसे कई
औषधि है जो गठिया बाय का रामबाण इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। तो चलिए
जानते है गठिया को जड़ से मिटाने लिए आयुर्वेदिक दवा के बारे में।
1. बालू की गर्म पोटली से सिकाई
कॉटन के कपड़े में गर्म बालू
भर कर उसको तैयार कर लें और फिर उस पोटली से सिंकाई करने पर गठिया बाय से फायदा
मिलता है। यह एक अच्छा गठिया बाय का रामबाण इलाज हैं।
2. मेथी - गठिया बाय का रामबाण इलाज
गठिया के उचार के लिए मेथी के
हरे पत्तों को देसी घी के साथ भूनें और इन पत्तियों को पीसकर इसमें हल्का सा चीनी
डालकर मिला लें। फिर इसको मिश्रण को छोटे-छोटे लड्डू के रुप में तैयार कर लें।
इस्तेमाल -
गठिया बाय से पीड़ित व्यक्ति
को सुबह-शाम एक-एक मेथी से लड्डू खाने दें सकते है। इसको खाने के बाद 1 गिलास ठंडा
दूध पीएं। इसके सेवन से गठिया बाय से पीडित लोगों को फायदा मिलेगा।
3. योगराज गुग्गुल
गठिया होने का मुख्य वजह
हड्डियों का कमजोर होना है। लेकिन हड्डियों के दर्द का आयुर्वेदिक उपचार गुग्गुल
का उपयोग कर सकते है। योगराज गुग्गुल में हड्डियों के जोड़ो का दर्द और सूजन
विरोधी गुण होता है।
योगराज गुग्गुल सभी आयु के
लोगों के रोगियों के लिए लादायक है। इसका मुख्य कार्य हड्डियों के जोड़ों का दर्द,
मांसपेशियों, जोडों में अकड़न, कब्ज, सूजन, अपच, मिर्गी और अन्य बीमीरीयों के लिए
उपयोगी है।
यह औषधी बाहरी उपयोग के लिए
बहुत लाभदायक माना जाता है। इसके गोद का इस्तेमाल गठिया, जोड़ो का दर्द, और पैर
दर्द के लिए किया जाता है।
इस्तेमाल –
इसको सुबह और शाम एक-एक
गोलियां खाना खाने के बाद या उसके बिना यातो डॉक्टर की सलाह के अनुसार ले सकते है।
नुकसान
बच्चों के पहुंच से दूर रखें।
सीधे धूप के संपर्क में न
रखें।
गर्भवती महिलाओं को बिना
डॉक्टर की सलाह से नहीं खाना चाहिए।
4. आमवातारि रस - गठिया बाय का रामबाण इलाज
गठिया रोग के इलाज के लिए
आयुर्वेदिक औषधि आमवातारि रस बहुत फायदें मंद माना जाता है। इसमें अमृत, दशमूला,
पुनर्नवा, त्रिफला, गुग्गुलु अन्य कई जड़ी बूटीयां सामिल है। जो गठिया रोग से
जूड़ी सभी तरह की समस्याओं को दूर करने में सहायक है।
आमवातारि रस जोड़ो का दर्द,
सूजन और जकड़न को दूर कर जोड़ों की गतिशीलता को बढ़ाता है। गठिया बाय के दर्द से
जल्दी राहत दिलाने में सहायता करता है। इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह
जरूर लें।
5. अजवाइन - गठिया बाय का रामबाण इलाज
अजवाइन के बीजों या उसके
पत्तों को गठिया रोग से राहत पाने के लिए किया जाता है। यह गठिया की समस्या को दूर
करने के लिए बेहतरिन औषधि है। एक टब में गर्म पानी डालकर 1 चम्मच अजवायन को डालकर गठिया दर्द वाले
जगह पर 5 से 10 मिनट तर बैठें रहें। ऐसा करने से जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न
से राहत मिलेगा।
इसका दूसरा तरीका यह है की
अजवाइन के हरी पत्तियों या बीजों का रस पीएं या गठिया वाले स्थान पर मालिश करें।
यह रक्त में मौजूद यूरिक एसिड को धीरे-धीरे बाहर निकाल देगा।
6. दिव्य लाक्षादि गुग्गुल गठिया में फायदे
आयुर्वेदिक दवाओं में
हड्डीयों से जूड़ी समस्या के इलाज लिए लाक्षादी गुग्गुल का उपयोग किया जाता है।
लाक्षादी गुग्गुल में हड़जो लता, अर्जुन की छाल, शुध्द गुग्गुल और अश्वगंधा जैसी
महत्वपूर्ण जड़ी बूटीयां मौजूद है।
इस औषधी में कैल्शियम जो हड्डियों
को मजबूती प्रदान करता है, साथ में विटामिन और मिनरल्स भी प्रर्याप्त मात्रा में
होता है। जिसके इस्तेमाल बोन डेंसिटी, हड्डियों का फ्रैक्चर और जोड़ों के दर्द को
ठीक करने के लिए किया जाता है।
इस औषधि के इस्तेमाल से हमारी
कमजोर हो चूकी हड्डियों के ऊतकों को पोषण प्राप्त होता है। जिससे हड्डियां मजबूत और
उससे जूड़ी सभी तरह की समस्या तेजी से दूर होने लगती है।
7. हल्दी के फायदे गठिया में
यदि आप गठिया के इलाज के लिए
घरेलु उपाय अपनाना चाहते है तो, हल्दी, सौंठ और उसके साथ मेथी इन तीनों को पीस कर
पाउडर बना लें। फिर इसका नियमित सेवन करने से गठिया रोग जड़ से खत्म करने में
मददगार है। इसमें आप अश्वगंधा चूर्ण को भी मिला सकते है।
8. लहसुन
यदि अपकी शरीर में गठिया
समस्या पुरानी है तो, लहसुन अपके लिए बहुत फायदे मंद है। लहसुन की कच्ची कली को
सुबह उठकर बासी मुंह खाने से कमर दर्द और जोड़ों का दर्द कम होता है। आप लहसुन की
कली को भूनकर भी सेवन कर सकते है।
9. व्यायाम और गर्म पानी से सिकाई
गठिया से तुरंत राहत पाने के
लिए एक बर्तन में गर्म पानी कर लें। फिर कॉटन से कपड़े की मदद से गठिया वाले
जोड़ों की सिकाई करें। इससे सूजन और दर्द तेजी से कम हो जाती है।
व्यायाम –
दस्तों रोजाना अपने बीजी
दिनचर्या से अपने शरीर के लिए कम से कम 20 से 25 मिनट जरुर निकालें। नियमित
व्यायाम करने से अपके अंदर गठिया हो कोई अन्य बीमारी जन्म नहीं ले सकती है। इसलिए
सबसे अच्छा और सस्ता गठिया बाय का रामबाण इलाज हैं।
पुछें गएं सवाल –
गठिया को ठीक करने का सबसे
तेज तरीका क्या है?
रोजना सुबह व्यायाम करें।
सुबह गिलोय का काढ़ा पीएं
गर्म पानी से सिकाई और स्नान
करें।
डाइट को कंट्रोल करें, उसमें
एंटी इंफ्लेमेटरी फूड शामिल करें।
गठिया को ठीक करने के लिए
खट्टे फल या अन्य खट्टे चीजों का सेवन न करें साथ में ठंडे जगहों पर रहें।
क्या गठिया रोग जड़ से खत्म
हो सकता है?
जी हां, आप अपने खाने पीने और
रहन सहन में बदलाव करके गठिया रोग को जड़ से खत्म कर सकते है। इसके अलावां आप
डॉक्टर से सलाह लेकर दवा और सर्जरी की मदद से भी गठिया रोग को जड़ से खत्म कर सकते
है।
गठिया रोग कितने दिन में ठीक
हो सकता है?
गठिया की बीमारी को ठीक होने
की कोई तय समय सीमा नहीं है। यह एक सप्ताह में भी ठीक हो सकता है, या 1 महिने में या
फिर 1 साल भी लग सकता है गठिया रोग को खत्म होने में।
गठिया में कौन सी सब्जी नहीं
खानी चाहिए?
गठिया के मरीजों को आलू,
बैंगन, कटहल, फूलगोभी, खीरा, टमाटर, अमचूर और नींबू नहीं खाना चाहिए। इन सभी चोजों
का सेवन करने से हड्डियों का बहुत नुकसान होता है। यह गठिया कि समस्या को और
बढ़ाता है।
निष्कर्ष –
दोस्तों मैनें इस पोस्ट में गठिया
बाय का रामबाण इलाज , गठिया बाय का रामबाण इलाज पतंजलि , क्या गठिया रोग जड़ से
खत्म हो सकता है , इन सब सवालों का जबाव दिया है। यदि आपको इससे जूड़ा कोई भी सवाल
या सुझाव होतो हमें कमेंट जरुर करें।
नोंट –
इस पोस्ट में बताये गई
औषधीयां और उपाय को अपना से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर लें। यह लेख केवल आपके
जानकारी हेतु है। धन्यवाद